Rajasthan Student Union Election राजस्थान में इस बार नहीं कराए जाएंगे छात्रसंघ चुनाव: राजस्थान सरकार की ओर से 2023-24 के शैक्षणिक सत्र के अंदर छात्रसंघ चुनाव नहीं कराने का निर्णय लिया गया है। राजस्थान उच्च शिक्षा विभाग के द्वारा शनिवार को समस्त कुलपतियों एवं उच्च अधिकारियों की मीटिंग के दौरान यह निर्णय लिया गया है। इसके बाद समस्त विश्वविद्यालय को इस फैसले की सूचना हेतु पत्र प्रेषित किया गया है।राजस्थान के अंदर इस बार छात्र संघ चुनाव नहीं होंगे। इस बात को लेकर आदेश भी जारी कर दिया गया है। इस फैसले के लिए जारी किए गए आदेश का पीडीएफ नीचे उपलब्ध करवा दिया गया है। यदि आप इस फैसले की विस्तृत जानकारी प्राप्त करना चाहते हैं तो अभ्यर्थी नीचे दिए गए ऑफिशियल नोटिस को पढ़ सकते हैं।
राजस्थान के कॉलेजों और विश्वविद्यालयों के अंदर छात्रसंघ चुनाव नहीं कराने का कारण और आदेश
उच्च शिक्षण संस्थानों के अंदर राष्ट्रीय शिक्षा नीति – 2020 की क्रियान्विति की स्थिति, विश्वविद्यालयों की कई एक्जाम के रिजल्ट जारी करने, चालू सत्र हेतु एडमिशन की स्थिति, किए गए बजट की घोषणाओं की क्रियान्विति और छात्रसंघ चुनाव एवं लिंगदोह समिति की सिफारिशों का पालना आदि सहित विभिन्न विषयों पर विचार विमर्श करने के लिए दिनांक 12.8.2023 को उच्च शिक्षा विभाग के प्रशासनिक नियंत्रणाधीन राज्य वित्त पोषित विश्वविद्यालयों के कुलपतिगण, राजस्थान राज्य उच्चतर शिक्षा परिषद के पदाधिकारियों व उच्च शिक्षा विभाग के अधिकारियों के साथ आयोजित की गई बैठक के अंदर उपाध्यक्ष, राजस्थान राज्य उच्चतर शिक्षा परिषद व विश्वविद्यालयों के मीटिंग के अंदर मौजूद समस्त कुलपतिगण के द्वारा अपने-अपने विचार एवम् मत रखे गए कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के कई घटकों को क्रियान्वित करना अत्यंत चुनौतिपूर्ण कार्य है। इस दिशा के अंदर अभी व्यापक प्रयास किये जा रहे हैं। एकेडमिक बैक ऑफ क्रेडिट के अंदर छात्रों का पंजीकरण, सेमेस्टर व्यवस्था को लागू करने, इंस्टीट्यूशनल डवलपमेंट योजना, नैक के द्वारा प्रत्यायन व शिक्षा की गुणवत्ता इत्यादि कार्य प्रगति पर ही हैं। विश्वविद्यालयों की कई परीक्षाओं के रिजल्ट के अंदर विलंब, नवीन महाविद्यालयों के ओपन किए जाने, प्रवेश प्रक्रिया के अंदर देरी की वजह, कम से कम 180 दिवस अध्यापन कार्य करवाना चुनौतिपूर्ण कार्य है। मा० उच्च न्यायालय के निर्देश के अनुसार कम से कम 75 प्रतिशत उपस्थिति की अनिवार्यता है।
शिक्षा की गुणवत्ता के लिए उपरोक्त किये जा रहे कार्यों की नजर से कुलपतिगण की ओर से अपना अभिमत व्यक्त किया गया कि वर्तमान शैक्षणिक सत्र 2023-24 के अंदर छात्रसंघ चुनाव नहीं करवाये जाने चाहिए।
इससे पूर्व भी प्रदेश के विश्वविद्यालयों एवं महाविद्यालयों के अंदर 2004 से लेकर 2009 तक छात्रसंघ चुनाव नहीं करवाये गये थे। वर्ष 2010 से छात्रसंघ चुनाव करवाये जा रहे हैं। इसमें कोविड की विषम परिस्स्थितियों की वजह 2020 तथा 2021 के अंदर छात्रसंघ चुनाव नहीं हुए थे।
कुलपतिगणों की ओर से स्पष्ट किया गया है कि विद्यार्थियों के द्वारा छात्रसंघ चुनावों के अंदर धनबल एवं भुजबल का खुलकर प्रयोग किया जाता है तथा लिंगदोह समिति की सिफारिशों का पालन नहीं होने की स्थिति भी स्पष्ट की गई है।
यदि छात्रसंघ चुनाव होते हैं तो शिक्षण कार्य बहुत ज्यादा प्रभावित होंगे और राष्ट्रीय शिक्षा नीति के अनुसार सेमेस्टर सिस्टम लागू करने के अंदर भी अधिक असुविधा आयेगी अतः राज्य वित्त पोषित विश्वविद्यालयों के मीटिंग के अंदर मौजूद समस्त कुलपतिगणों की ओर से दिए गए मन्तव्यों को नजर में रखते हुए तथा व्यापक छात्रहितों में राज्य सरकार के द्वारा प्रदेश के उच्च शिक्षण संस्थानों के अंदर सत्र 2023-24 में छात्रसंघ चुनाव नहीं करवाए जाने का अहम फैसला लिया गया है।
राजस्थान कॉलेजों और यूनिवर्सिटी के अंदर छात्रसंघ चुनाव नहीं करवाए जाने का नोटिस: Click Here